स्टॉकहोल्म सिंड्रोम: जब अपहरण के बाद जागती है अपहरणकर्ता के प्रति सहानुभूति..

Stockholm Syndrome स्टॉकहोल्म सिंड्रोम एक ऐसी बीमारी है जो किसी ब्यक्ति को अपने अपहरण कर्ता से ही लगाव या यु कह सकते हैं की सहानुभूति हो जाता है।

नमस्कार दोस्तों !

दोस्तों आपने फिल्मों में देखहोगा की एक अपहरण कर्ता किसी ब्यक्ति का अपहरण कर लेता है और फिर कुछ दिनों बाद उनके बिच प्यार या फिर दोस्ती हो जाता है।  जैसे की एक फिल्म है मदारी जिसमे इरफ़ान खान एक बच्चे को किडनैप कर लेते हैं, पर उस बच्चे को इरफ़ान खान के साथ लगाव हो जाता है। इसी तरह किडनैप, हाइवे, हीरो जैसी और भी अनेक फिल्म है।  जिसमे अगुवा होनेवाला ब्यक्ति को अपनी अपहरण कर्ता के साथ लगाव हो जाता है।  तो ये सब कुछ ऐसे ही नहीं होता Psychology में इसे Stockholm Syndrome  कहते हैं। 

Stockholm Syndrome

Stockholm Syndrome ये शब्द Sweden की राजधानी सहर स्टॉकहोल्म से आया है। अगस्त 1973 में स्टॉकहॉम सहर की एक बैंक में डकैती हुई थी।  जिसमे बैंक की चार कर्मचारियों को बंधक बनाया गया था। बाद में स्टॉकहोल्म के पुलिस के साथ समाधान या सुलह करने के दौरान उन्होंने अपनी दोस्त अपहणकर्ता (यान-एरिक ओलसन) की जेल से रिहाई करना चाहा ताकि वे उसकी मदद कर पाए।  उसने बंधकों को 6 दिन तक बैंक के वॉलट में बंद करके रखा था। रिहा होने के बाद भी बंधकों में से किसी ने भी बंदी करनेवालों के बिरोध में गवाही नहीं दी।  पुलिस के मुताबिक बाद में उन्हें मिलने के लिए वे जेल भी जाते थे। 

ये शब्द Stockholm Syndrome को एक स्वीडिश अपराधविज्ञानी और मनोचिकित्सक नील्स बेजरोट ने गढ़ा था। 

ये ऐसा नहीं है की किसी को भी किडनैप करलो और उसको प्यार हो जाएगा ये कभी कभी हो जाता है।  इसमें भले ही उनको बन्धक बनाकर रखा हो पर फिर भी उनके मन में अपराधियों के प्रति सहानुभूति और लगाव जात हो जाता है। एफबीआई के मुताबिक उन्हें अपराधियों के हरकत भी अच्छे लगने लगते हैं और उनके रिपोर्ट के अनुसार मुक्त होने वालों में से केवल  8 % लोगों में इस स्टॉकहोल्म सिंड्रोम के लक्षण बिकशित होतें हैं। 

स्टॉकहोम सिंड्रोम की कुछ मुख्य लक्षण ये है की अपनी किडनैपर के प्रति सकारात्मक भावना जागना इसमौर इसमें बंधक पुलिस के साथ सहयोग करने को मन करना जैसे कॉलेज की रैगिंग में होता है। उनको मारा पिता जाता है लेकिन फिर भी उन्हें ये कई मामलो में ठीक लगता है। और बाद में फिर वे सीनियर होने के बाद वो भी इस चीज को दोहराते हैं।