विश्व के सबसे बड़े खारे पानी वाले झील, Caspian Sea, जानें उसकी भूगोल, विवाद, और महत्व ।

 नमस्कार दोस्तों ! 

दोस्तों आज हम दुनिया की सबसे बड़ी झील या यूँ कह सकते हैं, दुनिया की सबसे बड़ी खारे पानी सागर कास्पियन सागर के बारेमें जानेंगे । आज भले ही मानव कितना भी आगे आ चूका हो लेकिन, समंदर आज भी मनुष्य के लिए रहश्यमय पहेली बना हुआ है । दुनिया में कई सागर  और झीले अपने बिशाल काय आकर और प्रकार की वजह से किसी रहश्य से कम नहीं है, उन्ही में से एक है कास्पियन सागर । कास्पियन सागर दुनिया की सबसे बड़ी झील है, जिसे अपनी बृहत आकर के कारण सागर कहा जाता है । 

Caspian sea location

भौगोलिक विशेषताएं :

कास्पियन सागर दुनिया का सबसे बड़ा अंतर्देशीय जल भंडार है । यह Caucasus Mountain के पूर्ब में और मध्य एशिया के बिशाल मैदान के पश्चिम में स्तिथ है । बिश्व के सभी झीलों के कुल जल का 40-44% जल सिर्फ इसी कैस्पियन सागर में है । और इसका कोई बाह्यगमन नहीं है यहाँ का पानी सिर्फ बाष्पीकरण के द्वारा बहार जाता है । इसका क्षेत्रफल 3,86,400 बर्ग किलोमीटर है जो की जापान के क्षेत्रफल से भी बड़ा है, और आयतन 78,200 घन किलोमीटर है । आमतौर  पर कैस्पियन सागर को तीन भागो में, उत्तरी,मध्य और दक्षिण कैस्पियन में बिभाजित किया जाता है ।  इस सागर में लगभग 50 द्वीप है, जो की छोटे छोटे हैं। 

कास्पियन सागर तुर्कमेनिस्तान, कजाखस्तान, रूस, अज़रबैजान और ईरान के सीमाओं से घिरा हुआ है । कास्पियन सागर को लेकर इन्हीं देशों के बिच कई सरे बिबाद भी बना हुआ है । कैस्पियन सागर की शिपिंग और मत्स्यपालन क्षेत्र, अर्थ ब्यबस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । साथ ही कास्पियन बेसिन पर पेट्रोलियम और Natural Gas का Reserve भी है । कास्पियन सागर के जल, तेल के बेसकीमती भंडार और भारी मांग वाली स्टर्जन मछलिओं को लेकर इसी पांच देशों के भीतर बिबाद हे । कुछ बर्ष पहले तक ये झील सिर्फ सोवियत संघ और ईरान के बिच बटा हुआ था, लेकिन सोवियत संघ के अलग होने के बाद से ये सारे देश झील पर अपना दाबेदारी कर रहे हैं । 

मुख्य नदियाँ :

कैस्पियन सागर का पानी अन्य सागरों के अपेक्षा कम खारा है, कुछ भागों में इसकी गहराई बहुत ज्यादा और कुछ में बिलकुल कम है । इसमें लगभग 130 नदिया गिरते हैं. उनमे से बोल्गा, कुरा, यूराल अदि प्रमुख नदियां हैं । और सबसे ज्यादा पानी बोल्गा नदी से आता है, जो झील का लगभग 80 प्रतिशत पानी है ।